ज़िन्दगी एक लंबा सफ़र है जिस में तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और इन चुनौतियों को पार करने का कोई निर्धारित formula नहीं है। हर शख़्स इसे अलग तरह से देखता है और अलग-अलग तरह से सामना भी करता है। अब शेर-ओ-शायरी कोई formula तो नहीं पर हाँ आपको कुछ नज़रियों से रूबरू कराती है जो आपकी क़ाबिलियत बढ़ाती ही है। इसलिए मैंने एक मुसलसल ग़ज़ल कही है motivational category में। तो आज मैं लाया हूँ एक motivational ghazal in hindi जिसे पढ़कर आपको कुछ और नहीं तो बेहतर महसूस होगा।
जैसा कि मैंने नज़रिए की बात की तो ग़ज़ल शैली की ख़ास बात ही है कि अलग-अलग शेर में अलग-अलग नज़रिया और अलग-अलग लहजा। इस motivational ghazal के ज़रिए मैं आपके हौसले में इज़ाफ़त करना चाहूँगा। तो फिर आइए, अब ग़ज़ल की तरफ़ चलते हैं।
Motivational Ghazal in Hindi
उमीद बे-दिली में कोई पाल कर देखो
तुम अपने ख़ून में पत्थर उबाल कर देखो
भले ही जान बदन से निकल गई लेकिन
ज़रा जनाज़ा तो मेरा निकाल कर देखो
यही तरीक़ा है केवल हुनर परखने का
मुझे किसी भी मुसीबत में डाल कर देखो
उजाले दिन के अगर कम पड़ेंगे रस्ते में
तो दिन को रात के साँचे में ढाल कर देखो
मैं तेग़ बनके ही आऊँगा एक ख़ंजर से
मुझे मियान में कुछ दिन तो डाल कर देखो
ज़मीन दिल की अगर जीतनी है तो ‘अबतर’
फ़लक में अपने सितारे उछाल कर देखो
– अच्युतम यादव 'अबतर'
मुझे उम्मीद है आपको ये motivational ghazal न सिर्फ़ पसंद आई होगी बल्कि आपको बहुत प्रोत्साहित भी की होगी। इस ग़ज़ल को कहते हुए मैंने पूरी कोशिश की है कि अश'आर एक ही theme के हों। मुझे कॉमेंट करके बताएँ कि किस शेर ने आपको सबसे ज़ियादा प्रभावित किया।
अगर आपको ये ग़ज़ल पसंद आई तो आप इस ब्लॉग पर मेरी कुछ और ग़ज़लें पढ़के जाएँ। मुझे उम्मीद है वो ग़ज़लें भी आपको निराश नहीं करेंगी।
धन्यवाद।
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