Shayari Explanation सीरीज़ में आपका इस्तक़बाल। आज हम जिस शायर का कलाम ले कर आए हैं वो हैं राहत इंदौरी। Rahat Indori Shayari in Hindi में हम राहत साहब के कुछ बेहतरीन अश'आर पढ़ेंगे और उनके मतलब भी समझेंगे। दोस्तो, हमारी कोशिश है कि ज़ियादा से ज़ियादा लोगों तक उर्दू और हिंदी लिटरेचर पहुँचाएँ। हम लगातार इस ब्लॉग के ज़रिए इसी कोशिश में हैं। हिंदी में शायरी लिखने से ज़ियादा लोगों तक पहुँचा जा सकता है।
राहत इंदौरी उर्दू अदब में एक बहुत बड़ा नाम है। उनके तमाम अश'आर लोगों के ज़बान पर हैं, फिर वो चाहे इश्क़ से सम्बंधित हों या सियासी। वो भले ही अब इस दुनिया में न हों लेकिन उनका कलाम उन्हें अमर कर गया है। आज हम, राहत इंदौरी की शायरी न केवल पढ़ेंगे बल्कि उन्हें जीने की भी कोशिश करेंगे।
Rahat Indori Shayari in Hindi
शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम
आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे
ये एक प्रेरणादायक शे'र है और अगर कोई एक शे'र राहत इंदौरी को ख़ास बनाता हो तो मेरी निगाह में ये वही शे'र है। ये बे-बाक़ अंदाज़ ही उन्हें बाक़ी शायरों से अलग बनाता है। इस शे'र में भी वो यही कह रहे हैं कि वो थक-हारकर बैठने वालों में से नहीं हैं और हर चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा
हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा
अगर बात की जाए Rahat Indori best shayari की तो ये शेर उसमें शुमार करना ज़रूरी है। इस शे'र में एक बार फिर राहत साहब का बे-ख़ौफ़ अंदाज़ देखने को मिलता है। राहत साहब कह रहे हैं कि अपनी तक़लीफ़ें, अपनी चुनौतियों से ख़ुद ही लड़ना होगा। कोई और आके आपकी राह आसान नहीं करने वाला है। अगर आपने कुछ ठाना है तो आपको ही कोशिश करते रहना है।
हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं
मोहब्बत की इसी मिट्टी को हिंदुस्तान कहते हैं
Rahat Indori Shayari in Hindi में इस शेर को रखने की एक ख़ास वजह ये है कि राहत साहब को अपने मुल्क के प्रति बहुत प्रेम था। ये एक शे'र नहीं है, ऐसे बहुत से अश'आर हैं जो कि उनका हिंदुस्तान के प्रति लगाव दर्शाते हैं। वो जिस भी महफ़िल में ये शे'र सुनाते थे, उसमें एक अलग ही ऊर्जा भर जाती थी।
बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ
इस शे'र में आप शायर का ख़ुद पर भरोसा करना देख सकते हैं। उसे यक़ीन है कि उसमें इतनी क़ाबिलियत है कि वो उन सभी मुश्किलों को पार कर जाएगा जो उसके सामने आती जाएँगी।
ये ज़रूरी है कि आँखों का भरम क़ाएम रहे
नींद रक्खो या न रक्खो ख़्वाब मेयारी रखो
शायर कह रहा है कि ज़िंदगी में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आ जाएँ मगर आदमी को ख़्वाब बड़े ही देखने चाहिए। शायर का कहना है कि अगर ऐसा किसी भरम की वजह से हो रहा हो तब भी कोई दिक़्क़त की बात नहीं। जब तक हमारे ख़्वाब बड़े नहीं होंगे तब तक हम अपने अंदर निहाँ क़ाबिलियत का पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
Rahat Indori Best Shayari
मिरे बेटे किसी से इश्क़ कर
मगर हद से गुज़र जाने का नइं
इस शे'र में राहत साहब एक मश्वरा दे रहे हैं कि इश्क़ करने में कोई हर्ज नहीं लेकिन इसकी भी एक सीमा होनी चाहिए। इसका एक बेहद अहम उदाहरण हैं लड़कियों पर होने वाले acid attacks. कुछ लड़कों को लड़कियों का 'ना' कहना इस क़दर चुभता है कि वो ऐसे अमानवीय काम कर देते हैं। इसलिए किसी भी रिश्ते में सम्मान और सहनशीलता का होना बेहद ज़रूरी है।
वो गर्दन नापता है नाप ले
मगर ज़ालिम से डर जाने का नइं
ये शे'र भी ऊपर वाले शे'र की ग़ज़ल का ही है। Rahat Indori Shayari in Hindi में इस शे'र को जगह मिलना बहुत ज़रूरी है। शायर बे-ख़ौफ़ हो के ज़ालिमों को ललकारने की बात कर रहा है। वो इस बात पर ज़ोर दे रहा है कि अगर ज़ुल्म हो रहा हो तो अपनी आवाज़ बुलंद करके उसका सामना करो चाहे इसमें जान का ही जोख़िम क्यों न हो।
ये ज़िंदगी जो मुझे क़र्ज़-दार करती रही
कहीं अकेले में मिल जाए तो हिसाब करूँ
ये एक बहुत ही उम्दा तख़य्युल है। इसे इस तरह से कहा गया है मानो ज़िंदगी कोई आदमी हो और इसकी वजह से शायर पर क़र्ज़ आ गया हो। वो ये कह रहा है कि अगर ये ज़िंदगी मुझे कहीं अकेले में मिल जाए तो मैं इसे अपनी ताक़त से डरा-धमका सकूँ और मज़ा चखा सकूँ। राहत इंदौरी की शायरी में इस तरह के शे'र बहुत मिलते हैं।
सबब वो पूछ रहे हैं उदास होने का
मिरा मिज़ाज नहीं बे-लिबास होने का
इस शे'र में शायर कह रहा है कि कोई उनके उदास होने का सबब (वजह) न पूछे क्योंकि शायर का मिज़ाज ऐसा है ही नहीं कि वो इसका जवाब दे। इसकी एक वजह ये हो सकती है कि शायर इतना मायूस हो चुका है कि वो ज़ियादा कुछ सोच-समझ नहीं सकता इसलिए जवाब देने से क़तरा रहा है।
दोस्तो, उम्मीद करता हूँ कि आपको ये पोस्ट - Rahat Indori Shayari in Hindi पसंद आई होगी। हमने कोशिश की है कि हम राहत इंदौरी साहब की best shayari आप तक पहुचाएँ। इसके साथ-साथ ये भी समझाने की कोशिश की है कि शे'र के पीछे शायर की क्या सोच रही होगी। आज के लिए इतना ही, मिलते हैं अगली shayari explanation पोस्ट में। अंत तक बने रहने के लिए आपका शुक्रिया।
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